गणेश्वर सभ्यता

                                    गणेश्वर सभ्यता

  • सीकर जिले की नीमकाथाना तहसील में कांतली नदी के किनारे विकसित सभ्यता। 
  • इस स्थल का उत्खनन 1967 में रत्नचन्द्र अग्रवाल ने किया। 
  • गणेश्वर सभ्यता को 'ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी' कहते हैं। 
  • यहां से प्राप्त उपकरणों में ताँबे की मात्रा 99 % थी। 
  • यहाँ से प्राप्त प्रमुख उपकरण है-"मछली पकड़ने का काँटा"
  • यहाँ से सिंधु घाटी सभ्यता के स्थलों को ताँबा निर्यात किया जाता था। 
  • गणेश्वर सभ्यता से प्राप्त मृदभाण्ड काले और नीले रंग के थे,जिन्हे "कपीशवर्णी मृदभाण्ड" कहते हैं। 

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