बालविकास नोट्स:- जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत
1. संज्ञानात्मक विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सिद्धांत है :-
-1. पियाजे के सिद्धांत 2. वाइगोत्सकी का सिद्धांत 3. ब्रूनर का सिद्धांत
2.बालकों के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत(Cognitive theory) किसने प्रस्तुत किया?
– जीन पियाजे
3.जीन पियाजे की मनोवैज्ञानिक विचारधाराओं को किस नाम से भी संबोधित किया गया?
– विकासात्मक मनोविज्ञान
4.संज्ञानात्मक विकास से क्या तात्पर्य है?
– चिंतन में गुणात्मक परिवर्तन से
5.जीन पियाजे द्वारा बाल विकास के किन अवस्थाओं का अध्ययन किया गया?
– शैशवकाल से किशोरावस्था तक
6.संज्ञानात्मक विकास को किसने ‘जाननिक ज्ञान मीमांसा’ के रूप में स्वीकार किया?
– जीन पियाजे
7.पियाजे के अनुसार बच्चा अमूर्त्त स्तर पर चिंतन, बौद्धिक क्रियाएं और समस्या समाधान किस अवस्था में करने लगता है?-CgTET-2011
– औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था(11-16 वर्ष)
8.बच्चों में ‘बौद्धिक विकास’ की विशेषताओं की पहचान किसके द्वारा की गई?- CTET,UPTET-2011
– जीन पियाजे
9.जीन पियाजे(Piaget) के अनुसार संज्ञानात्मक विकास के अंतर्गत मूर्त संक्रिया काल किस आयु स्तर के बच्चों में होता है?
-7 से 11 वर्ष तक
10.जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के किस अवस्था को ज्वार भाटा(object Tide) काल कहा जाता है?
– संवेदात्मक बुद्धि विकास की अवस्था
11.जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास(Cognitive development) को कितने वर्गों में विभाजित किया है?
– 4
12.संज्ञानात्मक विकास के अवस्थाएं/ स्तर कौन-कौन से है?
संवेदी क्रियात्मक काल(Sensory Operational stage) / संवेदी पेशीय अवस्था(sensory Motor Stage )- जन्म से 2 वर्ष
पूर्व संक्रिया काल/प्राक क्रियात्मक अवस्था (Pre Operational Stage)- 2 से 7 वर्ष
मूर्त संक्रिया काल/ स्थूल या ठोस संक्रियात्मक अवस्था (Concrete Operational Stage)- 7 से 11 वर्ष
4.औपचारिक संक्रिया का काल- 11 वर्ष एवं ऊपर
13.बालक अपने ज्ञानइंद्रियों के द्वारा ध्वनियों, स्पर्श और गंद के द्वारा ज्ञान अर्जित करता है यह अवस्था है?
-संवेदी क्रियात्मक अवस्था
14.संवेदी पेशीय अवस्था(sensory Motor Stage) में शिशु का विकास कितने उप अवस्थाओं से होकर गुजरता है?
-6
15.पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत के अनुसार संवेदी क्रियात्मक अवस्था होती है?- CGTET 2011
– जन्म से 2 वर्ष
16.पियाजे के संज्ञानात्मक सिद्धांत की किस अवस्था में पलटावी गुण (Trait of reversibility)आ जाता है?
– ठोस संक्रियता की अवस्था में
17.पियाजे_के औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था कितनी काल अवधि की मानी जाती हैं?
-11-15 वर्ष
18.‘नियमिकरण की अवस्था’ किस अवस्था को कहा जाता है?
– मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
19.संज्ञानात्मक विकास के किस अवस्था में बालक ‘तार्किक चिंतन’ की प्रक्रिया प्रारंभ कर देता है?
-मूर्त संक्रिया काल
20.संज्ञानात्मक विकास के किस स्तर में अधिकांश गणितीय अवधारणाओं का विकास होता है?
– मूर्त संक्रिया काल
21.पियाजे_के अनुसार विकास की पहली अवस्था के दौरान बच्चा—- सबसे बेहतर सीखता है?CTET-2011
-इंद्रियों के प्रयोग द्वारा
22.स्विट्जरलैंड के जीन पियाजे द्वारा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया?
– बाल मनोविज्ञान
23.बाल मनोविज्ञान में अध्यन किया जाता है |
– बालक के जन्म के पूर्व गर्भावस्था से लेकर किशोरावस्था तक का
24.किस अवस्था में खेल,अनुकरण,चित्र का निर्माण और भाषा के माध्यम से जानकारी को एकत्रित करता है?
-पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
25.पूर्व विद्यालय अवस्था किसे कहा जाता है ?
-पूर्व संक्रियात्मक अवस्था अवस्था
26.जन्म से 2 वर्ष तक के काल को किस अवस्था के रूप में जाना जाता है?
-संवेदी क्रियात्मक काल (Sensory Motor Stage)
27.पियाजे_के_अनुसार संज्ञानात्मक विकास के चरण में बच्चा ‘वस्तु स्थायित्व’ को प्रदर्शित करता है? CTET – 2012
– पूर्व-संक्रियात्मक चरण
28.पूर्व-संक्रियात्मक काल में आने वाली संज्ञानात्मक योग्यता है?CTET – 2016
– लक्ष्य उद्दिष्ट व्यवहार की योग्यता
29.पियाजे के अनुसार, विकास को प्रभावित करने में निम्नलिखित कारकों में से महत्वपूर्ण भूमिका होती है?
– भौतिक विश्व के साथ अनुभव
30.पियाजे_के अनुसार, बच्चों का चिंतन वयस्कों से——– मे भी ना होता है बजाय ——– के|CTET – 2016
– प्रकार,मात्रा
31.बालकों के चिंतन में वस्तुनिष्ठता और वास्तविकता की भूमिका अधिक बढ़ जाती है?
-औपचारिक-संक्रियात्मक अवस्था
31.बालकों के चिंतन में वस्तुनिष्ठता और वास्तविकता की भूमिका अधिक बढ़ जाती है?
-औपचारिक-संक्रियात्मक अवस्था
32.बालकों में लाक्षणिक कार्य मुख्य रूप से दो क्रियाओं द्वारा होते हैं?
– अनुकरण एवं खेल
33.पियाजे ने प्राकक्रियात्मक चिंतन का महत्वपूर्ण साधन किसे माना है?
– संकेत(symbol) और चिन्ह(sign)
34.जीन पियाजे के विकास की संकल्पनाए
1.स्कीमा :- 1. साधारण स्कीमा 2.जटिल स्कीमा
2.सात्मीकरण
3.समायोजन
4.साम्यधारण
35.जीन पियाजे में किसी बच्चे के विचारों में नए विचारों का समावेश हो जाने क्यों क्या कहा?
– सात्मीकरण
36.बौद्धिक विकास में आत्मसात्यकरण(Assimilation) एवं कौन से अन्य प्रक्रिया पियाजे के अनुसार महत्वपूर्ण होती है?
-समंजन(Accommodation)
37. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के चरणों के अनुसार इंद्रिय गामक (संवेदी प्रेरक)अवस्था किसके साथ संबंधित है? CTET-2012
– अनुकरण(Imitation) स्मृति और मानसिक निरूपण(Mental Representation)
1. संज्ञानात्मक विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सिद्धांत है :-
-1. पियाजे के सिद्धांत 2. वाइगोत्सकी का सिद्धांत 3. ब्रूनर का सिद्धांत
2.बालकों के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत(Cognitive theory) किसने प्रस्तुत किया?
– जीन पियाजे
3.जीन पियाजे की मनोवैज्ञानिक विचारधाराओं को किस नाम से भी संबोधित किया गया?
– विकासात्मक मनोविज्ञान
4.संज्ञानात्मक विकास से क्या तात्पर्य है?
– चिंतन में गुणात्मक परिवर्तन से
5.जीन पियाजे द्वारा बाल विकास के किन अवस्थाओं का अध्ययन किया गया?
– शैशवकाल से किशोरावस्था तक
6.संज्ञानात्मक विकास को किसने ‘जाननिक ज्ञान मीमांसा’ के रूप में स्वीकार किया?
– जीन पियाजे
7.पियाजे के अनुसार बच्चा अमूर्त्त स्तर पर चिंतन, बौद्धिक क्रियाएं और समस्या समाधान किस अवस्था में करने लगता है?-CgTET-2011
– औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था(11-16 वर्ष)
8.बच्चों में ‘बौद्धिक विकास’ की विशेषताओं की पहचान किसके द्वारा की गई?- CTET,UPTET-2011
– जीन पियाजे
9.जीन पियाजे(Piaget) के अनुसार संज्ञानात्मक विकास के अंतर्गत मूर्त संक्रिया काल किस आयु स्तर के बच्चों में होता है?
-7 से 11 वर्ष तक
10.जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के किस अवस्था को ज्वार भाटा(object Tide) काल कहा जाता है?
– संवेदात्मक बुद्धि विकास की अवस्था
11.जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास(Cognitive development) को कितने वर्गों में विभाजित किया है?
– 4
12.संज्ञानात्मक विकास के अवस्थाएं/ स्तर कौन-कौन से है?
संवेदी क्रियात्मक काल(Sensory Operational stage) / संवेदी पेशीय अवस्था(sensory Motor Stage )- जन्म से 2 वर्ष
पूर्व संक्रिया काल/प्राक क्रियात्मक अवस्था (Pre Operational Stage)- 2 से 7 वर्ष
मूर्त संक्रिया काल/ स्थूल या ठोस संक्रियात्मक अवस्था (Concrete Operational Stage)- 7 से 11 वर्ष
4.औपचारिक संक्रिया का काल- 11 वर्ष एवं ऊपर
13.बालक अपने ज्ञानइंद्रियों के द्वारा ध्वनियों, स्पर्श और गंद के द्वारा ज्ञान अर्जित करता है यह अवस्था है?
-संवेदी क्रियात्मक अवस्था
14.संवेदी पेशीय अवस्था(sensory Motor Stage) में शिशु का विकास कितने उप अवस्थाओं से होकर गुजरता है?
-6
15.पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत के अनुसार संवेदी क्रियात्मक अवस्था होती है?- CGTET 2011
– जन्म से 2 वर्ष
16.पियाजे के संज्ञानात्मक सिद्धांत की किस अवस्था में पलटावी गुण (Trait of reversibility)आ जाता है?
– ठोस संक्रियता की अवस्था में
17.पियाजे_के औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था कितनी काल अवधि की मानी जाती हैं?
-11-15 वर्ष
18.‘नियमिकरण की अवस्था’ किस अवस्था को कहा जाता है?
– मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
19.संज्ञानात्मक विकास के किस अवस्था में बालक ‘तार्किक चिंतन’ की प्रक्रिया प्रारंभ कर देता है?
-मूर्त संक्रिया काल
20.संज्ञानात्मक विकास के किस स्तर में अधिकांश गणितीय अवधारणाओं का विकास होता है?
– मूर्त संक्रिया काल
21.पियाजे_के अनुसार विकास की पहली अवस्था के दौरान बच्चा—- सबसे बेहतर सीखता है?CTET-2011
-इंद्रियों के प्रयोग द्वारा
22.स्विट्जरलैंड के जीन पियाजे द्वारा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया?
– बाल मनोविज्ञान
23.बाल मनोविज्ञान में अध्यन किया जाता है |
– बालक के जन्म के पूर्व गर्भावस्था से लेकर किशोरावस्था तक का
24.किस अवस्था में खेल,अनुकरण,चित्र का निर्माण और भाषा के माध्यम से जानकारी को एकत्रित करता है?
-पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
25.पूर्व विद्यालय अवस्था किसे कहा जाता है ?
-पूर्व संक्रियात्मक अवस्था अवस्था
26.जन्म से 2 वर्ष तक के काल को किस अवस्था के रूप में जाना जाता है?
-संवेदी क्रियात्मक काल (Sensory Motor Stage)
27.पियाजे_के_अनुसार संज्ञानात्मक विकास के चरण में बच्चा ‘वस्तु स्थायित्व’ को प्रदर्शित करता है? CTET – 2012
– पूर्व-संक्रियात्मक चरण
28.पूर्व-संक्रियात्मक काल में आने वाली संज्ञानात्मक योग्यता है?CTET – 2016
– लक्ष्य उद्दिष्ट व्यवहार की योग्यता
29.पियाजे के अनुसार, विकास को प्रभावित करने में निम्नलिखित कारकों में से महत्वपूर्ण भूमिका होती है?
– भौतिक विश्व के साथ अनुभव
30.पियाजे_के अनुसार, बच्चों का चिंतन वयस्कों से——– मे भी ना होता है बजाय ——– के|CTET – 2016
– प्रकार,मात्रा
31.बालकों के चिंतन में वस्तुनिष्ठता और वास्तविकता की भूमिका अधिक बढ़ जाती है?
-औपचारिक-संक्रियात्मक अवस्था
31.बालकों के चिंतन में वस्तुनिष्ठता और वास्तविकता की भूमिका अधिक बढ़ जाती है?
-औपचारिक-संक्रियात्मक अवस्था
32.बालकों में लाक्षणिक कार्य मुख्य रूप से दो क्रियाओं द्वारा होते हैं?
– अनुकरण एवं खेल
33.पियाजे ने प्राकक्रियात्मक चिंतन का महत्वपूर्ण साधन किसे माना है?
– संकेत(symbol) और चिन्ह(sign)
34.जीन पियाजे के विकास की संकल्पनाए
1.स्कीमा :- 1. साधारण स्कीमा 2.जटिल स्कीमा
2.सात्मीकरण
3.समायोजन
4.साम्यधारण
35.जीन पियाजे में किसी बच्चे के विचारों में नए विचारों का समावेश हो जाने क्यों क्या कहा?
– सात्मीकरण
36.बौद्धिक विकास में आत्मसात्यकरण(Assimilation) एवं कौन से अन्य प्रक्रिया पियाजे के अनुसार महत्वपूर्ण होती है?
-समंजन(Accommodation)
37. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के चरणों के अनुसार इंद्रिय गामक (संवेदी प्रेरक)अवस्था किसके साथ संबंधित है? CTET-2012
– अनुकरण(Imitation) स्मृति और मानसिक निरूपण(Mental Representation)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें